-MARGARET POSTGATE COLE
(November 1915)
आज एक ठहरी हुई दोपहर में मैंने
पेड़ों से झरते हुए देखा
कत्थई पत्तियों को
कोई हवा नहीं थी वहां
जो उन झरी हुई पत्तियों को उड़ाकर
ले जा सकती आसमान तक
वीरान सी ख़ामोशी थी उनके गिरने में
वो झरीं जैसे झरती है पहाड़ों पर बर्फ
जिनके झरते ही भरी दोपहर
सिमट जाती है उदास सांझ के साये में
वो झरीं और भटकती फिरीं यहाँ से वहां
सोचते हुए वीरता, युद्ध और जीत के गर्व में डूबी भीड़ के बारे में
वो सारी उदास मुरझाई हुई पत्तियां
जानती हैं कि युद्ध में मारे गये लोगों
उम्र और महामारी की कोई दवा नहीं
लेकिन उन उदास पत्तियों का गिरना भी
धरती को खूबसूरत ही बना रहा है
जैसे मिट्टी को सुंदर बना देते हैं
झरते हुए चमकीले बर्फ के टुकड़े
युद्ध के बाद
MAY WEDDERBURN CANNAN
युद्ध के बाद शायद फिर बैठ सकूं
उस टेरेस पर जहाँ बैठती थी तुम्हारे साथ
और जी सकूं गुजरती हुई दोपहर को
देखते हुए आसमान के बदलते हुए रंग
मन के किसी उदास कोने में याद है तुम्हारी
और उन खोए हुए सुख के दिनों की जो हमने साथ जिए
कामना है इतनी सी कि काश कोई होता
जो पुकारता मेरा नाम
ठीक वैसे ही जैसा पुकारते थे तुम.
पेड़ों से झरते हुए देखा
कत्थई पत्तियों को
कोई हवा नहीं थी वहां
जो उन झरी हुई पत्तियों को उड़ाकर
ले जा सकती आसमान तक
वीरान सी ख़ामोशी थी उनके गिरने में
वो झरीं जैसे झरती है पहाड़ों पर बर्फ
जिनके झरते ही भरी दोपहर
सिमट जाती है उदास सांझ के साये में
वो झरीं और भटकती फिरीं यहाँ से वहां
सोचते हुए वीरता, युद्ध और जीत के गर्व में डूबी भीड़ के बारे में
वो सारी उदास मुरझाई हुई पत्तियां
जानती हैं कि युद्ध में मारे गये लोगों
उम्र और महामारी की कोई दवा नहीं
लेकिन उन उदास पत्तियों का गिरना भी
धरती को खूबसूरत ही बना रहा है
जैसे मिट्टी को सुंदर बना देते हैं
झरते हुए चमकीले बर्फ के टुकड़े
युद्ध के बाद
MAY WEDDERBURN CANNAN
युद्ध के बाद शायद फिर बैठ सकूं
उस टेरेस पर जहाँ बैठती थी तुम्हारे साथ
और जी सकूं गुजरती हुई दोपहर को
देखते हुए आसमान के बदलते हुए रंग
मन के किसी उदास कोने में याद है तुम्हारी
और उन खोए हुए सुख के दिनों की जो हमने साथ जिए
कामना है इतनी सी कि काश कोई होता
जो पुकारता मेरा नाम
ठीक वैसे ही जैसा पुकारते थे तुम.
वार गर्ल्स
JESSIE POPE
एक लड़की तुम्हारे लिए काट रही है ट्रेन की टिकट
एक लड़की है जो तुम्हारे लिए चलाती है लिफ़्ट
एक लड़की है जो बरसते दिनों में भी
पहुँचाती है तुम तक दूध
और तुम्हारी ज़रूरत के सामान के ऑर्डर लेती है
ये मज़बूत, सौम्य, समझदार लड़कियाँ
बाहर निकली हैं यह बताने
एक लड़की तुम्हारे लिए काट रही है ट्रेन की टिकट
एक लड़की है जो तुम्हारे लिए चलाती है लिफ़्ट
एक लड़की है जो बरसते दिनों में भी
पहुँचाती है तुम तक दूध
और तुम्हारी ज़रूरत के सामान के ऑर्डर लेती है
ये मज़बूत, सौम्य, समझदार लड़कियाँ
बाहर निकली हैं यह बताने
कि कितना धैर्य है उनके भीतर
कि वो संभाल सकती हैं सारे काम
कि वो संभाल सकती हैं सारे काम
पूरी समझदारी और ऊर्जा से
कुछ भी रुका नहीं है यहाँ
उन्होंने संभाल रखा है सब कुछ
कि एक दिन लौटेंगे योद्धा युद्ध से
कुछ भी रुका नहीं है यहाँ
उन्होंने संभाल रखा है सब कुछ
कि एक दिन लौटेंगे योद्धा युद्ध से
एक लड़की है जो भारी वाहन चला रही है
एक लड़की ने संभाल रखा है बूचड़खाना
एक लड़की हिसाब रखने की खातिर चिल्लाती है
तेज़ आवाज़ में बिलकुल पुरुषों की तरह
एक लड़की है जो सड़क पर सीटी बजाती है
एक लड़की ने संभाल रखा है बूचड़खाना
एक लड़की हिसाब रखने की खातिर चिल्लाती है
तेज़ आवाज़ में बिलकुल पुरुषों की तरह
एक लड़की है जो सड़क पर सीटी बजाती है
वो जानती हैं कि हर वर्दी के नीचे
एक धड़कता हुआ कोमल दिल है
हालाँकि उस कोमल दिल को
कुछ भी गलत नहीं लगता
लेकिन यह एक गम्भीर बयान है
कि उनके पास आलिंगन और चुम्बनों के लिए समय नहीं है
तब तक, जब तक कि खाकी वर्दी वाले योद्धा लौट न आयें...
अनुवाद- प्रतिभा कटियार
एक धड़कता हुआ कोमल दिल है
हालाँकि उस कोमल दिल को
कुछ भी गलत नहीं लगता
लेकिन यह एक गम्भीर बयान है
कि उनके पास आलिंगन और चुम्बनों के लिए समय नहीं है
तब तक, जब तक कि खाकी वर्दी वाले योद्धा लौट न आयें...
अनुवाद- प्रतिभा कटियार
3 comments:
आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" पर सोमवार 12 मई 2025 को लिंक की जाएगी ....
http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप सादर आमंत्रित हैं, ज़रूर आइएगा... धन्यवाद!
!
सुंदर रचनाएँ
मार्मिक..दुनिया के किसी भी कोने में इंसान का दिल तो एकसा ही धड़कता है । धन्यवाद।
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