achha kiya. vaise bhee muhabbt ka naghma har saz par gaya nahi ja sakta.
चखना ज़रूरी भी तो - अवसाद का स्वाद
बहुत ही खुब कहा .............अपना दिल तो ऐसा ही होता है जिसे सिर्फ प्यार ही चख्ना होता है ...........बहुत बढिया
कि प्रेम से उपजा हर क्षण और अहसास है दीर्घजीवी चाहे वो हो दर्द के रूप में....
प्यार कब कठिनाईयो से डरता है. टूटने का एहसास भी टूटने के बाद ही होता हैबहुत सुन्दर अभिव्यक्ति
ग़ालिब का शेर याद आ गया:आये है बेकसी-ए-इश्क पे रोना 'ग़ालिब' किसके घर जाएगा सैलाब-ए-बला मेरे बाद ! अगर यह न चुनें तो फिर क्या चुना जाए?
pyar sundar ahsaas hai .iske bina zindagi berang hai .
kishore ji ki baaton se main sahamat hoon .wo dil ko chhune wali baat kah gaye .sachchi aur gahari .
कविता प्रभावित करती है।
bahut sundar.....
namaste pratibha ji, kavita bahut achchhi he. aapka e-mail address janna chahti hoon
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11 comments:
achha kiya. vaise bhee
muhabbt ka naghma har saz par gaya nahi ja sakta.
चखना ज़रूरी भी तो - अवसाद का स्वाद
बहुत ही खुब कहा .............अपना दिल तो ऐसा ही होता है जिसे सिर्फ प्यार ही चख्ना होता है ...........बहुत बढिया
कि प्रेम से उपजा हर क्षण और अहसास है दीर्घजीवी चाहे वो हो दर्द के रूप में....
प्यार कब कठिनाईयो से डरता है.
टूटने का एहसास भी टूटने के बाद ही होता है
बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति
ग़ालिब का शेर याद आ गया:
आये है बेकसी-ए-इश्क पे रोना 'ग़ालिब'
किसके घर जाएगा सैलाब-ए-बला मेरे बाद !
अगर यह न चुनें तो फिर क्या चुना जाए?
pyar sundar ahsaas hai .iske bina zindagi berang hai .
kishore ji ki baaton se main sahamat hoon .wo dil ko chhune wali baat kah gaye .sachchi aur gahari .
कविता प्रभावित करती है।
bahut sundar.....
namaste pratibha ji, kavita bahut achchhi he. aapka e-mail address janna chahti hoon
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