Thursday, October 21, 2021

आप सबके साथ एक छोटी सी ख़ुशी साझा कर रही हूँ. मेरी कविता ‘ओ अच्छी लड़कियों’ को स्नातक स्तर के पाठ्यक्रम में दो अलग-अलग कोर्स में स्थान दिया गया है. यह सचमुच सम्मान की बात है. जिन कवियों और लेखकों को पढ़ते हुए बड़ी हुई हूँ (रामधारी सिंह दिनकर, सुमित्रान्दन पंत, सुभद्रा कुमारी चौहान, नागार्जुन, हरिवंश राय बच्चन, केदारनाथ सिंह, सोहनलाल द्विवेदी, गिरजाकुमार माथुर, लीलाधर जगूड़ी, राजेश जोशी, नीरज, कुंवर नारायण, अज्ञेय, भवानी प्रसाद मिश्र, एकांत श्रीवास्तव और जय प्रकाश कर्दम) उनके साथ सूची में अपना नाम देखना संकोच और गर्व की मिली-जुली अनुभूति से भर रहा है.













1 comment:

  1. हार्दिक बधाई व शुभकामनाएँ

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