बसंत के दिनों में
टहनियों को जोर से पकडे हुए पत्तों सा होता हैउम्रदराज लोगों का प्यार
संजीदा होता है जबकि
बेकरार होता है शरारती हो जाने को.
दुनिया भर की नसीहतों को जी चुका
उम्रदराज लोगों का प्यार
हर सांस सलीके से जीने
हर लम्हे को मजबूती से थाम लेने को उत्सुक होता है,
युवा प्रेमियों को देख मुस्कुराते हुए
ज़िंदगी से और सटकर बैठा होता है
बारिश में भीगने से
निमोनिया हो जाने से, डरता नहीं
बस कि एक-दूसरे का साथ छूटने से डरता है
उम्रदराज लोगों का प्यार.
बस कि एक-दूसरे का साथ छूटने से डरता है
उम्रदराज लोगों का प्यार.
योगा क्लासेज हों, जॉगिंग ट्रैक, दवा की दुकानें, अस्पताल
या किसी की मातमपुर्सी की बैठक
इनकी निगाहें एक-दूसरे को कभी भी कहीं भी ढूंढ लेती हैं
और दिल की धड़कनें तेज हो जाती हैं
या किसी की मातमपुर्सी की बैठक
इनकी निगाहें एक-दूसरे को कभी भी कहीं भी ढूंढ लेती हैं
और दिल की धड़कनें तेज हो जाती हैं
मधुमेह, रक्तचाप, थायरायड, घुटनों के दर्द के बीच
शाम को साथ में टहलने के लिए
वे चुनते हैं सबसे सुंदर और सलीकेदार लिबास
उन्हें आता है नफासत से पेश आना,
वो जान चुके हैं किसी को खोने का दुःख
इसलिए डरते हुए बढ़ाते हैं कदम एक-दूसरे की और
एक ही कॉटन कैंडी में ढूंढ लेते हैं
तमाम पीले लम्हों की रंगत.
शाम को साथ में टहलने के लिए
वे चुनते हैं सबसे सुंदर और सलीकेदार लिबास
उन्हें आता है नफासत से पेश आना,
वो जान चुके हैं किसी को खोने का दुःख
इसलिए डरते हुए बढ़ाते हैं कदम एक-दूसरे की और
एक ही कॉटन कैंडी में ढूंढ लेते हैं
तमाम पीले लम्हों की रंगत.
झुर्रियों में सपने तलाशने की कला
सीख लेता है उम्रदराज लोगों का प्यार.
अति सुन्दर
ReplyDeleteबहुत सुन्दर् और सशक्त रचना।
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