जो समझ में आ जाये वो प्यार है जो समझ में ना आये वो भी प्यार है। .प्यार का हर वो हिस्सा वाकई तिलिस्मी है। जो समझ से परे है । आपकी ये चंद पंक्तियाँ उस अनसुलझे से प्यार की बेहतरीन समझ की ओर है। ..
मेरी उपरोक्त पंक्तियाँ .. मेरी प्यार को समझने की एक कोशिश मात्र है.. इस कविता के आशय से नही. ....इस कविता के लिए बस इतना ही कहूँगा ... Beautiful Imagination In these Words.
बहुत सुन्दर
ReplyDeleteजो समझ में आ जाये वो प्यार है जो समझ में ना आये वो भी प्यार है। .प्यार का हर वो हिस्सा वाकई तिलिस्मी है। जो समझ से परे है । आपकी ये चंद पंक्तियाँ उस अनसुलझे से प्यार की बेहतरीन समझ की ओर है। ..
ReplyDeleteYour Disciple - Ritesh Kumar Nischhal
मेरी उपरोक्त पंक्तियाँ .. मेरी प्यार को समझने की एक कोशिश मात्र है..
ReplyDeleteइस कविता के आशय से नही. ....इस कविता के लिए बस इतना ही कहूँगा ...
Beautiful Imagination In these Words.