ये किसकी आहटों से धरती सज गई है...किसने अपना दुपट्टा ऊंचे आसमान में लहराकर किया है अपने प्रेम का ऐलान, किसने अपने मौन में छुपा रखी है अपनी शदीद निष्ठा, किसने सारे वादों की गिरहें खोल दी हैं बस प्रेम की गिरह को थाम रखा है।
किसके होने से मौसम सारे निखरने लगे हैं, सुबहें मुस्कुराती हुई दाखिल होती हैं, और जाने को राजी ही नहीं होती। किसके प्रेम की ऊष्मा से पिघल जाती हैं तमाम मीठी सी नाराजगियां भी और किसको गले लगाने को बेताब है समूची कायनात...किसने प्रेम के इस दिन को चुना धरती पर आने का और दुनिया के कोने-कोने में प्रेम बनकर बरस जाने का...किसकी आमद में फिज़ाओं में रंग भर उठे हैं, ये कौन है जो कोयल की कूक में चहक रहा है, आम की बौर में महक रहा है।
मोहब्बत की नज़्म बनकर हम सबकी गुनगुनाहटों में ढली, हमारे इंतजार में रची-बसी प्यारी अदिति...रहने दो लंदन को यह भरम कि तुम वहां रहती हो, तुम भी जानती हो कि तुम हम सबके दिल में रहती हो...आज तुम्हारे जन्मदिन पर ढेर सारी शुभकामनाएं, प्यार, दुलार, आशीर्वाद देते हुए बहुत खुश हूं कि जिंदगी में तो तुम पहले ही आ चुकी हो कुछ ही दिनों में घर में भी आ जाओगी एक प्यारे से रिश्ते में बंधकर...
तुमको हम दिल में बसा लेंगे...तुम आओ तो सही... सुनते हुए चित्रा जी की आवाज़ सोचती हूं कि दिल में तो हम कबका बसा ही चुके हैं...
प्यार हम अपना लुटा देंगे तुम आओ तो सही,
ख्वाब के थाल सजा देंगे तुम आओ तो सही...
हैप्पी बर्थ डे, हैप्पी वैलेन्टाइन डे प्यारी अदिति!
किसके होने से मौसम सारे निखरने लगे हैं, सुबहें मुस्कुराती हुई दाखिल होती हैं, और जाने को राजी ही नहीं होती। किसके प्रेम की ऊष्मा से पिघल जाती हैं तमाम मीठी सी नाराजगियां भी और किसको गले लगाने को बेताब है समूची कायनात...किसने प्रेम के इस दिन को चुना धरती पर आने का और दुनिया के कोने-कोने में प्रेम बनकर बरस जाने का...किसकी आमद में फिज़ाओं में रंग भर उठे हैं, ये कौन है जो कोयल की कूक में चहक रहा है, आम की बौर में महक रहा है।
मोहब्बत की नज़्म बनकर हम सबकी गुनगुनाहटों में ढली, हमारे इंतजार में रची-बसी प्यारी अदिति...रहने दो लंदन को यह भरम कि तुम वहां रहती हो, तुम भी जानती हो कि तुम हम सबके दिल में रहती हो...आज तुम्हारे जन्मदिन पर ढेर सारी शुभकामनाएं, प्यार, दुलार, आशीर्वाद देते हुए बहुत खुश हूं कि जिंदगी में तो तुम पहले ही आ चुकी हो कुछ ही दिनों में घर में भी आ जाओगी एक प्यारे से रिश्ते में बंधकर...
तुमको हम दिल में बसा लेंगे...तुम आओ तो सही... सुनते हुए चित्रा जी की आवाज़ सोचती हूं कि दिल में तो हम कबका बसा ही चुके हैं...
प्यार हम अपना लुटा देंगे तुम आओ तो सही,
ख्वाब के थाल सजा देंगे तुम आओ तो सही...
हैप्पी बर्थ डे, हैप्पी वैलेन्टाइन डे प्यारी अदिति!
जिसका जन्मदिन ही 14 फरवरी हो उससे तो खुद ब खुद प्यार हो जाएगा। जन्मदिन कि ढेरों बधाईया अदिति । welcom to the gang darling......
ReplyDeleteप्यारी गुड़िया अदिति के माथे पर मेरा प्रेम तिलक दर्ज करो. जन्मदिन की बहुत शुभकामनाएँ,प्यार.
ReplyDeleteबहुत सुंदर लेखन भी और छवि भी ॥
ReplyDeleteजन्मदिवस की शुभकामनाएँ अदिती। सुंदर लेख।
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ReplyDeleteबढ़िया
प्रेम भरी पाती ...
ReplyDeleteआदिती को बधाई जनम दिन की ...