मुझे मोहब्बत की पुकार को अनसुना करना नहीं आता. इस पुकार पर दुनिया के किसी भी कोने में दौड़ी चली जाती हूं. कि बड़े भाग से आपके कानों में ऐसी पुकार आती है. मैं चाहती हूँ दुनिया में किसी को भी कोई प्यार से पुकारे तो उसकी पुकार कभी अनसुनी न हो...
दिसम्बर 21 में जब इंदौर गयी थी तब अमर जी का स्नेहिल आमन्त्रण उन्होंने चलते हुए मेरी हथेली पर रख दिया था. इस आमन्त्रण में माया आंटी से मिलने की चमक भी शामिल थी. फिर माया आंटी ने इसे विनोद जी से मिलने के ख़्वाब से भी भर दिया. तो इस तरह मैं इंदौर पहुंची.
'प्रवासी साहित्य, मुख्य धारा साहित्य और मैत्री पुल...' यह विषय दिया गया. सोचती रही देर तक कि इस विषय पर क्या है मेरी समझ, क्या ही कह पाऊंगी मैं. मुझे नीरा दी का ख्याल आया, उनके ब्लॉग 'काहे को ब्याहे बिदेस' का ख्याल आया, मुझे अनुराधा बेनीवाल की 'आज़ादी मेरा ब्रांड' का ख्याल आया. फिर मुझे ख्याल आया उन अप्रवासी दोस्तों को जिन्हें दूर से भारत चमकता हुआ दिखता है. या जिनके लिए देश से प्रेम का अर्थ देश के त्योहारों को ठीक से मना लेना भर है. सच कहूँ याद तो हाउडी मोदी के लिए पगलाए अप्रवासियों का भी ख्याल आया और सोचने लगी कि दूर जाकर पास आना ऐसा तो नहीं होता होगा शायद कि असल समस्याएं दिखनी बंद हो जाएँ.
दूर आखिर कितना दूर होता है, पास कितना पास...कौन है अप्रवासी, कौन नहीं है अप्रवासी. मारीना की उस पंक्ति के साथ मैंने अपनी बात को बुनना शुरू किया कि कवि का कोई देश नहीं होता...
दूर आखिर कितना दूर होता है, पास कितना पास...कौन है अप्रवासी, कौन नहीं है अप्रवासी. मारीना की उस पंक्ति के साथ मैंने अपनी बात को बुनना शुरू किया कि कवि का कोई देश नहीं होता...
जब मैं मंच पर बोलने पहुंची तो आश्वस्त थी कि मेरी भूमिका बस कुछ सवाल भर रख आने की है क्योंकि जवाब तो मेरे पास हैं नहीं. ज्यादा जिम्मेदारी शार्दूला दी की होगी. तो मैंने यही किया. कुछ ऊबड़-खाबड़, टूटे-फूटे विचारों को जमा किया और अपनी बात रखी. यह इंदौर के लोगों का प्यार है कि उन्होंने मेरी बातों को दिल में जगह दी और खूब प्यार दिया.
मनीषा और कंचन दी सामने बैठे थे, माया आंटी अपनी सहेलियों के साथ सबसे पीछे और उनके चेहरे देख मुझे हौसला मिलता रहा. मनीषा से लम्बे समय बाद सुकून वाली मुलाकात हुई, बात हुई, कंचन दी से लाड़ किया.
शार्दूला दी से पहली बार मिलना इस यात्रा का हासिल रहा.
शार्दूला दी से पहली बार मिलना इस यात्रा का हासिल रहा.
https://www.youtube.com/watch?v=ZqIRilghCmg&feature=youtu.be
रोचक यात्रा रही।
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