Thursday, February 26, 2009

सुनो तो...


अरे सुनो तो...ये मेरा और तुम्हारा जो रिश्ता है एक रास्ता है। मैं तुमसे गुजरकर ही तुम तक पहुँचता हूँ। मेरा आगाज तुम, मेरा अंजाम तुम। तुम्हें देखकर मैं तुम्हें सोचता हूँ। तुम्हें पाकर मैं तुम्हें खोजता हूँ....

- जब नहीं आए थे तुम तब भी मेरे साथ थे तुम
दिल में धड़कन की तरह, तन में जीवन की तरह
मेरी धरती, मेरे मौसम मेरे दिन रात थे तुम
जब नहीं आए थे तुम तब भी मेरे साथ थे तुम
- फूल खिलते थे तो आती थी तुम्हारी खुशबु
और हसीं शाम jagaati थी तुम्हारा जादू
आईने में मेरे हर दिन की मुलाकात थे तुम
जब नही आए थे तुम तब भी मेरे साथ थे तुम।
- अधमुंदी aankhon में सजता हुआ एक ख्वाब थे तुम
पहली बारिश में भीगा हुआ महताब थे तुम
होंठ मेरे थे मगर इनकी हरेक बात थे तुम...
जब नहीं आए थे तुम तब भी मेरे साथ थे तुम...

फ़िल्म देव में इन खूबसूरत अल्फाजों का जिस तरह से इस्तेमाल किया
गया वह कमाल का है...

No comments:

Post a Comment