tag:blogger.com,1999:blog-3177714620156318654.post3359167672619873611..comments2024-03-18T16:43:16.650+05:30Comments on प्रतिभा की दुनिया ...: सच्चा प्यारPratibha Katiyarhttp://www.blogger.com/profile/08473885510258914197noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-3177714620156318654.post-42690597957125597362008-10-26T22:08:00.000+05:302008-10-26T22:08:00.000+05:30बहुत खूब !!!प्रतिभा जी आप भी ब्लॉग की दुनिया में आ...बहुत खूब !!!<BR/>प्रतिभा जी आप भी ब्लॉग की दुनिया में आ गयीं ! <BR/>मुझे आज ही पता चला ! पहचाना मुझे ??<BR/>............ जब आप जनसत्ता में थीं, तब मुलाकात हुयी थी ! <BR/>खैर ........ बहुत अच्छा लगा यहाँ आपको देखकर !<BR/>आपका हार्दिक स्वागत है बुद्धिजीवियों की महफिल में !<BR/><BR/>मैंने पहली बार विस्साव शिम्बोर्स्का की कोई कविता पढ़ी है , जिसका मुझे अब अफ़सोस हो रहा है !<BR/>बहुत ही प्यारी कविता है ....... <BR/>कितनी सारगर्भित...एवं भावपूर्ण .......... <BR/>वाकई दिल को छूने वाली पंक्तियाँ हैं -<BR/>"भला दुनिया के लिए वे दो व्यक्ति किस काम के हैं<BR/>जो अपनी ही दुनिया में खोये हुए हों...<BR/>बिना किसी ख़ास वजह के" <BR/><BR/>मैंने कई बार पढ़ा इन पंक्तियों को -<BR/>"हम सोच भी नही सकते की क्या से क्या हो जाए<BR/>अगर सारी दुनिया इन्ही की राह पर चल पड़े<BR/>तब धर्म और कविता का क्या होगा"<BR/><BR/>और आखिरी पंक्तियों ने तो देर तक ठिठकने व सोचने पर विवश कर दिया -<BR/>जिन्हें कभी सच्चा प्यार नही मिला <BR/>उन्हें कहने दो कि <BR/>दुनिया में ऐसी कोई चीज होती ही नहीं <BR/>इस विश्वास के सहारे <BR/>कितना आसान हो जाएगा <BR/>उनका जीना और मरना....!!!!!<BR/><BR/>मैंने डायरी में भी नोट कर लिया ! लंबे समय तक याद रहेगी ये कविता ! <BR/>नेक्स्ट ब्लॉग में जो आप द्बारा रचित कविता "लिखती हुयी लड़कियां" पढी ! पता नही क्यूँ मेरे को लग रहा है मै इसे कहीं पढ़ चुका हूँ ! क्या आपने इसे पहले कहीं प्रकाशित करवाया है ? शायद "उत्तर प्रदेश" पत्रिका में ?<BR/>बहरहाल अच्छी है !<BR/><BR/>आप ब्लॉग में आना जारी रखिये ! अगले ब्लॉग का इन्तजार रहेगा !<BR/><BR/>धनतेरस और दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएंप्रकाश गोविंदhttps://www.blogger.com/profile/15747919479775057929noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3177714620156318654.post-43008511642318467482008-10-26T07:26:00.000+05:302008-10-26T07:26:00.000+05:30diwali par bhavpuran rachna padne ko mili, aap lik...diwali par bhavpuran rachna padne ko mili, aap likhte rahe,ham padte raheगोविंद गोयल, श्रीगंगानगर https://www.blogger.com/profile/04254827710630281167noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3177714620156318654.post-46518391893356153182008-10-25T08:28:00.000+05:302008-10-25T08:28:00.000+05:30"होंगी इसी तरह से तै मंजिलें ओज की तमामहाँ यूँ ही ..."होंगी इसी तरह से तै मंजिलें ओज की तमाम<BR/>हाँ यूँ ही मुस्कराए जा, हाँ यूँ ही गुनगुनाये जा।"<BR/><BR/>सच कहा, सच्चा कहा. <BR/>हिन्दी चिट्ठाकारी में स्वागत है।<BR/><BR/>-हिमांशु (सच्चा शरणम्)Himanshu Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/04358550521780797645noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3177714620156318654.post-26863117315226742832008-10-25T07:13:00.000+05:302008-10-25T07:13:00.000+05:30बढिया पोस्टिंग।दीपावली की शुभकामनाएँ।सादर श्यामल स...बढिया पोस्टिंग।<BR/><BR/>दीपावली की शुभकामनाएँ।<BR/><BR/>सादर <BR/>श्यामल सुमन<BR/>09955373288<BR/>मुश्किलों से भागने की अपनी फितरत है नहीं।<BR/>कोशिशें गर दिल से हो तो जल उठेगी खुद शमां।।<BR/>www.manoramsuman.blogspot.comश्यामल सुमनhttps://www.blogger.com/profile/15174931983584019082noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3177714620156318654.post-57736674796192779852008-10-25T05:42:00.000+05:302008-10-25T05:42:00.000+05:30हिन्दी चिट्ठाजगत में आपका स्वागत है. नियमित लेखन क...हिन्दी चिट्ठाजगत में आपका स्वागत है. नियमित लेखन के लिए मेरी हार्दिक शुभकामनाऐं.<BR/><BR/>आपको एवं आपके परिवार को दीपावली की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाऐं.<BR/><BR/>वर्ड वेरिपिकेशन हटा लें तो टिप्पणी करने में सुविधा होगी. बस एक निवेदन है.<BR/><BR/>डेश बोर्ड से सेटिंग में जायें फिर सेटिंग से कमेंट में और सबसे नीचे- शो वर्ड वेरीफिकेशन में ’नहीं’ चुन लें, बस!!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3177714620156318654.post-79257525820916061132008-10-24T19:32:00.000+05:302008-10-24T19:32:00.000+05:30सचमुच इस कविता की खोज और प्यार की सच्चाई के प्रति ...सचमुच इस कविता की खोज और प्यार की सच्चाई के प्रति आपकी पोस्ट बहुत ही भावः भरी है.<BR/>---<BR/>keep it up. with lots wishesAmit K Sagarhttps://www.blogger.com/profile/15327916625569849443noreply@blogger.com